मऊ की कमलावती के दांपत्य जीवन में दरार, टूटा रिश्ता
18 Aug 2024
- चार साल पूर्व हुई थी शादी, दो बच्चों को छीनने की कोशिश
- मुकदमा दर्ज कराने के लिए मुख्यमंत्री से लगानी पड़ी गुहार
मऊ : सरायलखंसी थाना क्षेत्र के जयसिंहपुर निवासी कमलावती का दांपत्य जीवन चार साल भी सुखमय नहीं चला। बलिया जिले के रसड़ा थाना क्षेत्र के कोटिया में ब्याही कमलावती के रिश्तों में दरार आ गई। आरोप है कि दहेज के लिए उसे मारा पीटा गया। पति के संसर्ग से जन्मे दो बच्चों को लेकर वह मायके आ गई तो यहां भी पति ने आकर बच्चों को छीनने की कोशिश की। ससुरालीजनों की प्रताड़ना से तंग कमलावती का मुकदमा पंजीकृत करने में पुलिस ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसे में उसने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई। सीएम स्तर से हुए आदेश के बाद सरायलखंसी पुलिस ने 17 अगस्त को दहेज उत्पीड़न सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू की।
शादी में दिया गया यह उपहार
दर्ज मुकदमे में कमलावती ने कहा है कि 8 जून को उसकी शादी बलिया जिले के रसड़ा थाना क्षेत्र के कोटिया निवासी संजीव कुमार के साथ हुई। उसके पिता के द्वारा तिलक बरक्षा के लिए डेढ़ लाख रुपये नकद दिया गया। उपहार स्वरुप कूलर, पंखा, फ्रिज, डबल बेड, दो बाक्स दिया गया। शादी के दिन साठ हजार रुपये, सोने की अंगूठी, सोने का माला, सोने का मंगलसूत्र, सोने का मांगटीका, एक जोडा सोने का कान का झाला, एक जोड़ी चांदी की पायल, सोने की नथिया, एलसीडी टीवी, चार कुर्सी मेज, सिंगारदानी, बर्तन सेट, 20 हजार कीमत की साड़ियां दी गई।
दो सप्ताह बाद शुरू कर दी डिमांड
कमलावती विदा होकर ससुराल गयी तो दो सप्ताह सब ठीक रहा। उसके बाद ससुरालीजन दहेज में मोटर साइकिल और एक लाख तीस हजार रुपये की मांग करना शुरु कर दिये। पति संजीव कुमार अपने भाई भाभी व माता की बातों मे आकर मारना पीटना चालू कर दिये। जेठ मनोज कुमार, मिथुन, जेठानी आरती देवी पत्नी मनोज, श्वेता पत्नी मिथुन ने कमलावती का भोजन पानी बंद कर शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न करना शुरू कर दिया। वह किसी तरह से दो माह रहकर पुनः विदा होकर मायके आई। पति के संसर्ग से दो बच्चे (पुत्र व पुत्री) पैदा हुए। एक साल पहले वह ससुराल गई तो उसका पति मारपीट कर सारा गहना, कीमती सामान, साड़ी कपड़ा इत्यादि छीनकर भगा दिया।
28 जून 2024 को मायके में किया बवाल
कमलावती मजबूरी में अपने मायके में अपने माता पिता पर बोझ बनकर पड़ी है। 28 जून 2024 को सुबह लगभग 8 बजे वह मायके में घर पर थी। उसके भाई व पिता रोजगार के वास्ते घर से बाहर गये थे। वह और उसकी माता सुरसती देवी घर पर मौजूद थी। इसी दौरान पति संजीव कुमार, जेठ मनोज व मिथुन उसके घर जयसिंहपुर आए। आते ही उसके पुत्र एवं पुत्री को जबरदस्ती छीनने लगे। कमलावती व उसकी मां के विरोध करने पर घर में घुसकर कमलावती को बुरी तरह से मारे पीटे। घर के सामानों को तोड़ फोड़ कर बर्बाद कर दिये। शोर गुल करने पर गांव मुहल्ला के तमाम लोग आ गये तो जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गये। कमलावती ने इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक मऊ एवं महिला थानाध्यक्ष को दो जुलाई 2024 को दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर गुहार लगाई। सीएम के आदेश के बाद सरायलखंसी पुलिस ने 17 अगस्त को ससुरालीजनों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू की।