मऊ आए मोदी को डीह बाबा, काली माई का आसरा

26 May 2024

- समर्थकों से बोले, गांव के देवालयों में करना प्रार्थना
- नहीं गिनाए काम, अलापा हिंदू-मुस्लिम का पुराना राग

बृजेश यादव

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मऊ : जिले में रविवार को आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह नहीं बताए कि उन्होंने 10 साल में कितनों को रोजगार या नौकरी दी, महंगाई कम करने को क्या किया या क्या करने वाले हैं। रोजगार के सवाल पर भविष्य की प्लानिंग बताते हुए कहा कि हर घर में बिजली पैदा होगी। आवश्यकता से अधिक उत्पादित बिजली सरकार द्वारा खरीदने की बात कही। यह अलग बात है कि उन्हें सुनने वालों में कुछ लोग इसे भी हर खाते में 15 लाख आने की तरह जुमला की संज्ञा देते नजर आए। सरकार की उपलब्धियां गिनाने की बजाय मोदी वही पुराना हिंदू मुस्लिम राग अलापे। वह सब तोहमत विपक्ष पर मढ़ दी, जिसका आरोप उन पर खुद लगता है।

अग्निवीर की उपलब्धि की बजाय दंगों का जिक्र

मऊ आए मोदी ने कहा कि कांग्रेस व उसके गठबंधन दल सरकार में आए तो संविधान बदलकर एससी, ओबीसी का आरक्षण खत्म कर देंगे। जबकि यही आरोप विपक्ष एनडीए गठबंधन द्वारा चार सौ पार का नारा देने व एनडीए के कुछ लोगों द्वारा संविधान बदलने के दिए गए बयान के बाद उन पर लगा रहा है। मऊ में मोदी अग्निवीर योजना की अच्छाई गिनाने की बजाय पूर्व में हुए दंगों का जिक्र करते हुए लोगों को मुस्लिमों से सावधान कर चुनाव को दूसरा रुख देने की कोशिश किए। वैसे यह जिक्र हर चुनाव में भाजपा करती रही है।

जिस योजना का किया जिक्र, वह हो चुकी है धराशाई

सुभासपा उम्मीदवार अरविंद राजभर को दिया जाने वाला एक - एक वोट मोदी को मिलने की बात कहते हुए उन्होंने उज्जवला योजना का जिक्र किया। लेकिन शायद उन्हें यह नहीं बताया गया था कि बलिया में जिस उज्जवला योजना का आगाज करते समय दुबारी की मुस्लिम महिला को उन्होंने पहला गैस सिलेंडर देकर पूरे देश में वाहवाही लूटी, गरीबी से तंग वह मुस्लिम महिला अपना सिलिंडर तबसे दुबारा नहीं भरा सकी। मोदी की जनसभा में जो भीड़ थी, उनमें अधिकांशत: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महिला पुरुष कार्यकर्ता थे। यही वजह थी कि उनके भाषण के एक - एक शब्द पर उत्साह की हुंकार नहीं हो रही थी।

धर्म को बनाया ढाल

जनता में अपेक्षित उत्साह न देख व भाषण के आखिरी में फिर धर्म की आड़ लेने से नहीं चूके। जनता से पूछा कि आप मेरा एक पर्सनल काम करोगे। जनता की आवाज धीमी रही तो फिर पूछा। कुछ आवाज आई तो कहा की अपने ग्राम के देवालयों (डीह बाबा, काली माई) के यहां शीश नवाकर आशीर्वाद मांगिएगा। अब देखने वाली बात होगी कि मोदी की यह सभा बदजुबानी के लिए बदनाम कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के पुत्र अरविंद राजभर के पक्ष में माहौल बनाने में कितना कामयाब साबित होती है। 



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