उत्साहित हैं पर्यावरण के दिवाने, अब मऊ से साइकिल यात्रा
05 Jun 2022
-अस्सीघाट तक 120 किलोमीटर पर्यावरण बचाओ पदयात्रा के बाद अगला निर्णय
-नमामि तमसे से नमामि गंगे तक चलकर आये शैलेंद्र बोले, चलता रहेगा कार्यक्रम
बुलंद आवाज ब्यूरो
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मऊ : पर्यावरण बचाने को निकले पांच-सात दिवाने मऊ के तमसा से काशी के अस्सीघाट पर गंगा तक पदयात्रा कर खासे उत्साहित हैं। 120 किलोमीटर की पदयात्रा में लोगों के मिले सकारात्मक जनसमर्थन से उनका उत्साह बढ़ गया है। जल्द ही उन्होंने पर्यावरण बचाने के लिये लोगों को जागरुक करने के लिये साइकिल यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। पर्यावरण के दिवानों का नेतृत्व कर रहे शैलेंद्र पर्यावरणविद का कहना है कि पर्यावरण की महत्ता समझाने की जगाई गई अलख जलती रहेगी।
काशी में गंगामित्रों ने किया स्वागत
पर्यावरण संरक्षण के लिए मऊ शहर के तमसा तट के मड़ैया घाट से शुरू की गयी 120 किलोमीटर की पर्यावरण बचाओ पदयात्रा का तीन जून 2022 को अस्सी घाट पर समापन हुआ। 31 मई को यह यात्रा शुरू हुई थी। अस्सी घाट पहुँचने पर गंगामित्रों ने यात्रा में शामिल पदयात्रियों का स्वागत किया। इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य तमसा रिवर फ्रंट पार्क, पेड़ पौधों के महत्व से लोगों को जागरूक करना, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने हेतु जनजागरण, ऊर्जा के संसाधनों के उचित उपयोग का है।
लिया गया यह संकल्प
इस दौरान संकल्प लिया गया कि आज से ही जीवनदायिनी नदियों में प्रदूषण नहीं फैलायेंगे। शुभ अवसरों पर पौधे देंगे या लगाएंगे, जगह ना होने पर गमले में ही लगायेंगे। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे। छोटी दूरी की यात्राओं को पैदल, साइकिल, शेयरिंग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट से तय करने का प्रयास करेंगे। ऊर्जा के संसाधनों जल, विद्युत, ईधन आदि का संरक्षण करेंगे।
अनिल वर्मा बने प्रेरणास्रोत
शिक्षक शैलेंद्र पर्यावरणविद ने बताया कि कोरोना काल में जब लोग ऑक्सीजन की कमी से अपनों का साथ छोड़ रहे थे तभी हमने प्रण लिया कि आजीवन एक पौधा देकर लोगों को जागरुक करेंगे। उन्हें सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग व दुष्प्रभाव को बताएंगे। नदियों के महत्व को समझाएंगे। उन्होंने बताया कि पौधरोपण के लिये सबसे पहले प्रेरणा मित्र अनिल वर्मा से तथा इसके पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम सुनने से मिली। इसके पश्चात मैंने संकल्प किया की मैं आजीवन अपने खर्च पर प्रतिदिन एक पौधा दान करके उसे रोपित कराऊंगा तथा संबंधित व्यक्ति से उसके संरक्षण का आश्वासन भी प्राप्त करूंगा।
637वें दिन भी लगाया पौधा
5 सितम्बर 2020 से शुरु प्रतिदिन पौधा लगाने का अभियान का पांच जून को पर्यावरण दिवस पर 637वां दिन पूरा हुआ है। कहा कि तमसा जो मां गंगा की सहायक नदी है, काफी प्रदूषित हो गई है। इसे स्वच्छ रखने के लिए हम लोगों ने पर्यावरण बचाओ पदयात्रा निकाली है। इसमें मऊ जनपद के हजारों लोग हमारी टीम को जनपद के बॅार्डर तक छोड़ने आए थे। उन्होंने बताया कि इस पदयात्रा में मेरे साथ पांच सहयात्री साथी शैलेन्द्र, राहुल, अनिल कुमार, अरबाज खान और संजय शामिल रहे। कहा कि हमारी टीम हार मानने वाली नहीं है, हम ऐसे ही आगे भी जागरूकता अभियान चलाते रहेंगे। अगले महीने अब साइकिल यात्रा शुरु की जाएगी जो काशी के अस्सी घाट तक पहुंचेगी।
गंगा तट पर किया श्रमदान
पद यात्रा के समापन के पश्चात पर्यावरण प्रेमियों ने शिक्षक शैलेंद्र के नेतृत्व में गंगा के किनारे पड़े प्लास्टिक, प्लास्टिक की बोतलों एवं कूड़ा आदि को एकत्र कर सफाई कर श्रमदान किया। ऐसा करके पर्यावरण प्रेमियों ने घाटों पर उपस्थित श्रद्धालुओं में न केवल जागरूकता फैलाई बल्कि तीन चार सौ मीटर तक गंगा किनारे कूड़ा एकत्रित कर और उसे हटवा कर निर्मल गंगा अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। इस अवसर पर मुख्य पदयात्री एवं पर्यावरण प्रेमी शैलेंद्र जी, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ आजमगढ़ मंडल के महामंत्री अनिल कुमार वर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता पूजा राय, अरबाज खान, संजय कुमार, राजेश यादव, राहुल, शैलेंद्र यादव, रागिनी यादव, वीरेंद्र, सहित दर्जनों लोग स्वच्छता कार्यक्रम में प्रतिभाग किए।
पीएम संसदीय कार्यालय पर ज्ञापन
गंगा तट की साफ सफाई के बाद पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय पर पहुंचा। वहां ज्ञापन सौंपकर यह मांग किया कि मां गंगा के तट की साफ सफाई एवं सुंदरीकरण की तरह ही मऊ में स्थित मां तमसा के साफ सफाई की व्यवस्था की जाए। मऊ में तमसा रिवर फ्रंट बनाकर उसका सुंदरीकरण किया जाए। सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया जाय। कहा कि कोई भी व्यक्ति जब जमीन की खरीदारी करता है अथवा कोई भी गाड़ी खरीदता है तो उसके लिए अनिवार्य किया जाए कि वह कम से कम एक पौधरोपण करे तथा उस पौधे की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी लगाए। प्रधानमंत्री के सांसद प्रतिनिधि ने मांग पत्र को यथाशीघ्र अग्रसारित करने का आश्वासन दिया।