मऊ में हाईटेक हुए कम्युनिटी हेल्थ अफसर
27 May 2022
116 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारीयों को मिला लैपटॉप, प्रिंटर और 5 को टैबलेट
बुलंद आवाज ब्यूरो
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मऊ : ग्राम स्तर पर कार्य करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की जिम्मेदारी बहुत बढ़ गई है। विभाग ने आप सभी को लैपटॉप, टैब और प्रिंटर देकर हाईटेक किया है। इसमें आप सभी को मरीजों की सूचनाओं को आंकड़ा में एकत्रित कर सरकार की ओर से दी जा रही नि:शुल्क चिकित्सा व्यवस्था जनमानस को उपलब्ध कराना है। आप सभी को अपनी जिम्मेदारियों का पूरा निर्वहन करना होगा। यह कहना है सीडीओ राम सिंह वर्मा का। वह शुक्रवार को लैपटॉप, टैब और प्रिंटर का वितरण करने के उपरांत जिम्मेदारी का एहसास करा रहे थे।
24 घन्टे करना है भलाई का कार्य
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ श्याम नरायन दुबे ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी होने का मतलब अब आपको समाज की भलाई के बारे 24 घंटे सोचना और कार्य करना है। आज के समय में 30 वर्ष से ऊपर की जनसंख्या के ज्यादातर लोग गैर संचारी रोगों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कर्क रोग (कैंसर), मुंह का कैंसर, छाती का कैंसर और बच्चेदानी का कैंसर के शिकार होते जा रहे हैं। इन रोगों के कारण मनुष्य के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे व्यक्ति आसानी से किसी भी रोग का शिकार हो जाता है। इन रोगों की स्क्रीनिंग कर उचित परामर्श के साथ डाटा आनलाइन फीड करना है।
पोर्टल पर फीड करें डाटा
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीके यादव ने बताया कि रिकॉर्ड के अनुसार पहले भी गैर संचारी रोगों के कारण ग्रामीण और शहरी दोनों जगह संख्या काफी चिंताजनक है। जिसके लिए सरकार ने नगर से ग्राम स्तर तक स्वास्थ्य चिकित्सा इकाईयों के लिये सब सेंटर और हेल्थ वेलनेश सेंटर स्वीकृति किया गया है। जहां सभी सीएचओ गैर संचारी रोगियों की देखभाल करके उनके आकडों को आनलाइन इकट्ठा करने उन्हें अपने पोर्टल पर फीड करने की शुरुआत करें। एक दिन में कम से कम 15 मरीजों को देखें और विभाग से मिलने वाली दवाईयां नि:शुल्क उपलब्ध करायें। उन्हें जरूरत पड़ने पर अपने नजदीकी स्वस्थ्य केंद्र पर रेफर करें।
30 जून तक चलेगा अभियान
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक संतोष सिंह ने बताया कि जिले में शहर से ग्रामीण स्तर तक स्वीकृत 225 सब सेंटरों और हेल्थ वेलनेश सेंटर क्रियाशील हैं, जिसमें 22 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 3 नगरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों माध्यम से गैर संचारी रोगियों का 25 केंद्रों पर मेडिकल ऑफिसर (एमबीबीएस) तथा शेष 71 पर कम्युनिटी हेल्थ अफसर (सीएचओ) द्वारा निःशुल्क परामर्श दिया जा रहा है। डीसीपीएम ने बताया कि आगामी एक जून से 30 जून 2022 तक 30 वर्ष से उपर के जनसँख्या में गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिग व्यापक अभियान चलाकर की जायेगी। इसका आनलाइन डाटा फीड किया जायेगा। इसके लिये इसमें आज 116 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को 116 लैपटॉप, 5 टैब और 116 प्रिंटर सरकार द्वारा नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया है।