बहरापन की मुख्य वजह ध्वनि प्रदूषण

06 May 2022

-स्वैच्छिक जागरण से अंकुश लगाने की मुहिम आवश्यक

डॉ. गंगासागर सिंह

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मऊ : अनेक शारीरिक बीमारियों के कारण होने वाले बहरापन के अलावा बहरापन का प्रमुख कारण ध्वनि प्रदूषण है। ध्वनि प्रदूषण (शोर) के मुख्य कारण सड़कों पर वाहन, शादी-विवाह में कानून फाड़ डीजे, फैक्ट्रियों में मशीन, सभाओं व पूजा स्थलों में लाउडस्पीकर,पहाड़ों पर पत्थर तोड़ने के लिए बारूदी विस्फोट आदि हैं।

पड़ता है आर्थिक बोझ

ध्वनि प्रदूषण के कारण मनुष्य के कान के सेन्सिटिव अंगों में बदलाव (नुकसान) आ जाता है। इससे मनुष्य तेज बोलने पर ही सुनता है या पूर्ण रूप से बहरा होकर कान में सुनने की मशीन का उपयोग आवश्यक हो जाता है। यह एक अनावश्यक आर्थिक बोझ पैदा हो जाता है।

लाउडस्पीकर उतारना प्रशंसनीय

ध्वनि प्रदूषण से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए पूजा स्थलों से लाउडस्पीकर का उतारना/ध्वनि की तीव्रता स्वेच्छापूर्वक कम करना एक बहुत ही प्रशंसनीय एवं स्वागत योग्य कदम है। ध्वनि प्रदूषण के अन्य कारकों पर कानूनत:/स्वैच्छिक जनजागरण के माध्यम से अंकुश लगाना अतिआवश्यक है। अन्यथा भविष्य की गोद में छिपा एक यक्ष प्रश्न हमेशा बना रहेगा।(लेखक इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मऊ के अध्यक्ष हैं।)



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