गाय और बकरी के मांस मे बहन और पत्नी जैसा ही अंतर: गिरिराज

10 Oct 2015

पटना। बिहार के नेताओं की टिप्पणियों से लगता है कि वहां फिलहाल बीफ के अलावा दूसरा कोई मुद्दा है ही नहीं। अब केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के सात दिन पहले दिए बयान पर अब दोबारा टिप्पणी की है। उन्होंने इस बार गाय के मांस और बकरे के मांस में अंतर बताया है।
गिरिराज ने बिहार के नवादा में लालू कहा, किसी भी आदमी का अपनी पत्नी और बहन से अलग-अलग रिश्ता होता है। बिल्कुल यही अंतर गाय के मांस और बकरे के मांस में है। बता दें कि गिरिराज अपने विवादित बयानों से चर्चा में बने रहते हैं। गिरिराज ने कहा कि बकरी और गाय के मीट में हमारी भावना और धर्म उसी तरह से है, जैसे हमारी बहन और हमारी पत्नी। दोनों पूजनीय हैं, लेकिन दोनों के भावनात्मक संबंध अलग-अलग हैं। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग के केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने यह भी कहा, जो लरोग बकरे का मांस खाते हैं, अगर उन्हें कुत्ते का मांस दिया जाए, तो क्या वे खा लेंगे!



भारतीय लोग अपनी मां और बहन के साथ एक धार्मिक रिश्ता रखते हैं। हमें गोमाता के साथ भी वैसा ही रिश्ता रखना चाहिए। जब गिरिराज से पूछा गया कि वह किसी आदमी के अपनी पत्नी के साथ रिश्ते को कैसे देखते हैं, तो उन्होंने कहा, एक व्यक्ति के अपनी पत्नी और बहन के साथ जो रिश्ता होता है, उन दोनों की पवित्रता में अंतर होता है। उन्होंने कहा, लालू प्रसाद क्या मजाक कर रहे हैं...कह रहे हैं कि जो बकरी का मीट खाता है वह गाय का मीट खाएगा।

यह कहा था लालू ने

लालू ने कहा था कि मांस खाने वाले को इससे क्या फर्क पडता है कि वह गाय का मांस खा रहा है या बकरे का! हिंदू भी बीफ खाते हैं। इसके बाद गिरिराज ने उनसे यह बयान वापस लेने की मांग की थी। हालांकि तब लालू ने यह भी कहा था कि इंसान को मांस ही नहीं खाना चाहिए। इससे बीमारियां हो जाती हैं।



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