कोपागंज के लाल को राष्ट्रीय ग्रीन थिंकर अवार्ड
28 Dec 2021
---भारत के गौरव---
-लखनऊ में समारोह में केंद्रीय मंत्री विधि एवं न्याय एसपी सिंह बघेल ने दिया सम्मान, शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को सराहा
-तेलंगाना में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान हैदराबाद केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक के रूप में तैनात हैं डा. आलोक कुमार गुप्ता
बुलंद आवाज ब्यूरो
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मऊ : मऊ के गौरव कोपागंज कस्बा निवासी डा. आलोक कुमार गुप्ता ने सर्वहित राष्ट्रीय ग्रीन थिंकर अवार्ड 2021 पाकर समूचे जिले को गौरवान्वित कर दिया है। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट व उल्लेखनीय योगदान के लिये मिला यह पुरस्कार 27 दिसंबर को श्रीपूरन सिंह मेमोरियल प्रेक्षागृह लखनऊ में दिया गया। केंद्रीय मंत्री विधि एवं न्याय एसपी सिंह बघेल व अन्य ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा। डा. गुप्ता राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान हैदराबाद केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक के रुप में तेलगांना राज्य में कार्यरत हैं।
यूपी सरकार ने चयनित किया नाम
सर्वहित कल्याण सेवा समिति उत्तर प्रदेश द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट और उल्लेखनीय योगदान के लिए सर्वहित राष्ट्रीय ग्रीन थिंकर अवार्ड 2021 के लिए डा.गुप्ता का नाम चयनित किया। केंद्रीय मंत्री बघेल के अलावा सम्मान समारोह में शामिल ब्रजेश पाठक कानून व न्याय मंत्री, कपिलदेव अग्रवाल, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, विशिष्ट अतिथि पूर्व डीजीपी राज्यसभा सदस्य बृजलाल, लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया, महाराष्ट्र सरकार के सलाहकार डा.अफरोज अहमद, अल्पसंख्य आयोग के सदस्य अफरोज अहमद आदि ने अलग अलग क्षेत्रों में विशिष्ट व सराहनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को इस अवार्ड से सम्मानित किया।
स्वस्थ पर्यावरण हो हम सबका लक्ष्य
डॉ. आलोक गुप्ता ने इस सम्मान के लिए कार्यक्रम की संयोजक व समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मधु वत्स को धन्यवाद दिया। संकल्प लिया कि समाज व राष्ट्र के प्रति प्रकृति का संरक्षण व संवर्धन करना हमारी नैतिक ज़िम्मेदारी है। कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ, स्वस्थ और बेहतर पर्यावरण को धरोहर के रूप मे देना हम सबका लक्ष्य होना चाहिए। बता दें कि डा. गुप्ता ने सामान्य व दूरस्थ शिक्षा की दिशा में उत्कृष्ट सेवा प्रदान की है।
अमेरिका से मिल चुका है युवा वैज्ञानिक पुरस्कार
उन्होंने क्षेत्रीय निदेशक के रूप तेलंगाना राज्य से पूर्व समस्त उत्तर प्रदेश, केरल, लक्षद्वीप और आंध्र प्रदेश में समाज के हर वर्ग सहित हाशिए पर और वंचित समूह के प्रत्येक शिक्षार्थी तक शिक्षा के समान अवसर पहुंचाने व शिक्षार्थियों की सारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए संरक्षक की भूमिका निभाई है। पूर्व में डॉ. गुप्ता को अकास्टिकल सोसाइटी ऑफ अमेरिका अमेरिका द्वारा युवा वैज्ञानिक पुरस्कार, आईआईएसएफ, नई दिल्ली द्वारा भारत ज्योति पुरस्कार और भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री द्वारा विशेष पुरस्कार का सम्मान प्राप्त हो चुका है।
बापू इंटर कालेज में हुई प्रारंभिक शिक्षा
डा. आलोक कुमार गुप्ता कोपागंज कस्बा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता झारखण्डेय प्रसाद गुप्ता के पुत्र हैं। उन्होने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा बापू इंटर कॉलेज कोपागंज से ग्रहण करने के पश्चात अपनी उच्च शिक्षा यथा बीएससी, एमएससी और पीएचडी की उपाधि इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, प्रयागराज से भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में प्राप्त की। उन्होने अपना शोध कार्य आईआईटी खड़गपुर और इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र, कलपक्कम, तमिलनाडु, के सहयोग से किया। एनआईओएस में शामिल होने से पहले, डॉ. गुप्ता ने सीएसजेएम विश्वविद्यालय, कानपुर (उत्तर प्रदेश) और मोदी विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लक्ष्मणगढ़, सीकर (राजस्थान) में सहायक प्रोफेसर (भौतिकी) के रूप में कार्य किया है। उन्होंने 50 से अधिक एम.फिल छात्रों और बीएससी के छात्रों का उनकी परियोजनाओं के लिए कुशल निर्देशन किया है।
विश्वविद्यालयों में व्याख्यान
डॉ. गुप्ता नई दिल्ली के एएसआई, यूएसआई, आईएपीटी और एमआरएसआई बंगलुरु के कार्यकारी परिषद सदस्य व विभिन्न राष्ट्रीय निकायों के आजीवन सदस्य भी हैं। डॉ. गुप्ता का पाठ लेखक, संपादक, रीसोर्स व्यक्ति, विषय विशेषज्ञ और प्रस्तुतकर्ता के रूप मे उल्लेखनीय योगदान रहा है। उन्होंने शिक्षार्थियों के लिए अनेक शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए व्याख्यान दिए हैं। वह इंस्पायर प्रोग्राम, इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, नई दिल्ली के राष्ट्रीय विशेषज्ञ और जूरी सदस्य भी रह चुके हैं। डॉ. गुप्ता ने अनेक अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय व्याख्यान देश-विदेश के ख्यातिलब्ध विश्वविद्यालयों, संस्थानों, विभागों, तथा विभिन्न स्कूलों में दिए हैं।
40 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित
अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 40 से अधिक शोध पत्र और लेख प्रकाशित हो चुके हैं। शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार व वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा प्रशासन के महत्वपूर्ण मुद्दों के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण के लिए लोकप्रिय हैं। उन्होंने अपनी उपलब्धि का श्रेय माता व वरिष्ठ अधिवक्ता पिता झारखण्डेय प्रसाद गुप्ता, अपनी जीवनसंगिनी डॉ. अर्चना गुप्ता, बड़े भाई अधिवक्ता श्री अतुल कुमार गुप्ता, मित्रों के सहयोग और शुभकामनाओं को दिया है। यह सभी लोग उन्हें समाज व राष्ट्र के लिए सदैव कार्य करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।