किताबों की महत्ता पर यह बोले मऊ जिलाधिकारी
28 Nov 2021
-स्वतंत्रता के लिये संघर्ष स्थलों पर पुस्तकालय का खोलने का किया ऐलान
-पुस्तक संस्कृति के उत्थान में ऐसे आयोजन की भूमिका महत्वपूर्ण : एसपी
-समारोहपूर्वक हुआ सोनीधापा कालेज में चल रहे पुस्तक मेले का समापन
बुलंद आवाज ब्यूरो
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मऊ : अमृत महोत्सव के अंतर्गत पुस्तक मेला, प्रदर्शनी एवं विचार गोष्ठी जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल की अध्यक्षता में सोनी धापा विद्यालय में हुई। पुस्तक मेले के समापन समारोह में तारे जमीं पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ने कहा कि यह पुस्तक मेला का समापन नहीं बल्कि सृृजन यात्रा का आंरभ है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि किताबें ही हैं जो हमें सही और गलत में फर्क करना सिखाती हैं। किताबें ही हमें मंजिल तक पहुंचाती हैं। डीएम ने स्वंतत्रता संग्राम के संघर्ष स्थलों पर पुस्तकालय का निर्माण कराने का ऐलान किया। कहा कि किताबें मनुष्य को बेहतर मार्ग दिखाती हैं। पुस्तक संस्कृति नयी पीढ़ी को सकारात्मक बनाती है।
गांवों में भी होना चाहिये पुस्तकालय : सुशील घुले
पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने कहा कि पुस्तक संस्कृति के उत्थान में इस तरह के मेले की ऐतिहासिक भूमिका है। यह विद्यार्थियों में पढ़ने की ललक पैदा करता है। मेले की महत्ता को बताते हुए उन्होंने कहा कि शहरों में नहीं बल्कि गांवों में भी पुस्तकालय होना चाहिए।
सींचने आई हैं किताबें : रामसिंह वर्मा
मुख्य विकास अधिकारी रामसिंह वर्मा ने कहा कि मानव संसाधन का समग्र विकास साहित्य और भाषा से ही होता है। यह किताबें साहित्य के संस्कार से मऊ को सींचने आयी हैं।
बारम्बार चलता रहता है मेला : राजीव रंजन
विमर्श का संचालन करते हुए संस्कृतिकर्मी राजीव रंजन ने कहा कि इस तरह के मेले का कभी समापन नहीं होता है बल्कि यह बारम्बार चलता रहता है।
मऊ से हुआ सदा के लिये जुड़ाव : संजय विश्वाल
पुस्तक मेले के आखिरी दिन वर्चुवल मीडिया के माध्यम से रूबरू होते हुए आईएफएस अधिकारी संजय विश्वाल ने कहा कि इस पुस्तक मेले से मऊ की नागरिकता प्राप्त हुई है। सेवा के दौरान मैं जहां भी रहूंगा मऊ से हमेशा जुड़ा रहूंगा। पुस्तक मेले में सोनी धापा के बच्चों द्वारा वाल पेंटिंग, वाद विवाद प्रतियोगिता एवं आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रकाश डाला गया।
मुख्य राजस्व अधिकारी केहरी सिंह, डीसीएसके पीजी कालेज के प्राचार्य डा. सर्वेश पाण्डेय, जीयाउल्ला, अध्यापिका वीणा गुप्ता, ऋचा त्रिपाठी के साथ स्कूल के शिक्षक/ विद्यार्थी उपस्थित रहे।