मऊ : चिरैयाकोट में गरम माहौल हुआ नरम

17 Oct 2021

-दोनों पक्ष अपनी-अपनी कमी सुधारने को तैयार, बशर्तेे प्रशासन सीमाकंन में करे न्याय

बुलंद आवाज ब्यूरो
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मऊ : चिरैयाकोट में बारावफात जुलूस को रामलीला मैदान से होकर जाने को लेकर गरम माहौल रविवार को नरम हो गया। पहले दिन का माहौल भांपकर गये सीओ मुहम्मदाबाद गोहना राजकुमार सिंह इस बार एसडीएम लालबाबू दुबे को साथ लेकर आये। चिरैयाकोट थाने में तय हुआ कि रामलीला की जमीन का सीमांकन होगा। अतिक्रमण हटेगा और मस्जिद का नवनिर्मित पूरब तरफ का दरवाज बंद होगा। दोनों पक्ष का जुलूस पूर्व की तरह अपनी राह से गुजरेगा। इस फैसले के बाद दोनों पक्ष खुश होकर एक-दूजे के गले मिला।
अरसे बाद तनाव हुआ दूर
बता दें कि विगत बर्षों से बाराफात का जुलूस रामलीला मैदान से होकर ले जाने कि बात को लेकर दोनों पक्ष मे काफी तनाव चल रहा था। प्रशासन ने इसे गम्भीरता से लेते हुए रविवार को दोनों पक्षों को थाने मे बुलवाकर बैठक की। समझाने बुझाने के बाद दोनों पक्ष इस बात पर रजामंद हो गए कि अभिलेख के तहत रामलीला की जमीन का सीमांकन कराया जायेगा। आसपास के काबिज लोग अपना अपना अतिक्रमण स्वेच्छा से हटा लेंगे।
पुराने राह पर चलेंगे दोनों वर्ग
निर्णय हुआ कि रामलीला मैदान सटे दक्षिण स्थित मस्जिद का नवनिर्मित पूर्वी दरवाजा बंद होगा। पुराना दक्षिणी दरवाजा कायम रखेंगे। दोनों पक्ष रामबरात और बारावफात का जुलूस एक दूसरे के सामने से जबरी ले जाने कि परम्परा को बंद कर देंगे। दोनों जुलूस अपनी पुरानी राहों से नगर में भ्रमण करेंगे।
यह बने गवाह
इस अवसर पर थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा, सरसेना पुलिस चौकी प्रभारी गंगासागर मिश्रा, उप निरिक्षक उमेशचंद्र यादव, सुनील कुमार सहित रामलीला कमेटी अध्यक्ष रामजी पाण्डेय, सुभाष जायसवाल, महेन्द्र पाण्डेय, अब्दुल सत्तार कुरैशी ऊर्फ मुंशी कुरैशी, मौलाना अजहर, मुस्तकीम सहित अनेकों इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने।



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