मऊ के अभिषेक सिंह बने कलेक्टर, बढ़ाया मान

25 Sep 2021

-सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 में प्राप्त किया 240 वी रैंक

फतेह बहादुर गुप्त
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रतनपुरा (मऊ) : यूपी पीसीएस 2019 के परीक्षा परिणाम में डिप्टी कलेक्टर के पद में छठवीं रैंक प्राप्त करने वाले अभिषेक कुमार सिंह कलेक्टर बन गये। सिविल सेवा परीक्षा 2020 के परिणाम में 240वीं रैंक प्राप्त करके आईएएस बन गए हैं। वर्तमान में अभिषेक कुमार सिंह डिप्टी कलेक्टर का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
सैनिक स्कूल लखनऊ से की पढ़ाई
तीन दिसंबर 1991 को जन्मे अभिषेक सिंह मूल रुप से रानीपुर ब्लाक के सरसेना के रहने वाले हैं। उनके मां-बाप दोनों सहायक अध्यापक हैं और 25 वर्ष से उनका रतनपुरा ही घर व ठिकाना है। अभिषेक की प्रारंभिक शिक्षा रतनपुरा के एवरग्रीन स्कूल से हुई। इसके बाद उनका चयन सैनिक स्कूल लखनऊ के लिए हो गया। वहां से उन्होंने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद बाबा बनारसी दास विश्वविद्यालय लखनऊ से उन्होंने वर्ष 2010 से 2014 तक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से बीटेक किया।
2014 में बन गये एसबीआइ के सहायक प्रबंधक
अभिषेक का 14 दिसंबर 2014 को स्टेट बैंक आफ इंडिया की नासिक शाखा में सहायक प्रबंधक के रूप में चयन हो गया। उन्होंने नासिक, लातूर, औरंगाबाद और मुंबई में अपनी सेवाएं दी। उन्हें लगता था कि स्टेट बैंक में सेवा के दौरान प्रगति के बहुत अवसर प्राप्त होंगे, परंतु ऐसा कुछ भी नहीं दिखा। उन्होंने अपना सारा ध्यान सिविल सर्विसेज की ओर लगाने का मन बनाया। प्रबंधन से उन्होंने एक्स्ट्रा लिव ली और सिविल सेवा की तैयारी में लग गए।
दिल्ली में शेड्यूल वाइज की तैयारी
अभिषेक ने एक वर्ष तक दिल्ली में रहकर तैयारी की। प्रतिदिन 8 घंटे अध्ययन करते थे। तैयारी शेड्यूल वाइज करते थे, ताकि कोई चैप्टर न छूट जाए जिसे लेकर उनके मन में पछतावा रहे।
बहन भी हैं स्टेट बैंक में शाखा प्रबंधक
अभिषेक की बहन अर्चना सिंह भी भारतीय स्टेट बैंक में स्केल थर्ड ब्रांच में शाखा प्रबंधक हैं। उन्होंने अपनी सफलता का सारा श्रेय पिता बालमुकुंद सिंह और माता उषा सिंह को दिया। कहा कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में इनका सकारात्मक मार्गदर्शन सदैव प्राप्त होता रहा। मां-बाप ने उन पर कभी अनावश्यक दबाव नहीं बनाया।
आइएएस राजकमल यादव रहे प्रेरणास्रोत
अभिषेक ने बुलंद आवाज से बताया कि 2013 बैच के आईएएस राजकमल यादव उनके प्रेरणास्रोत रहे। उनसे जब एक बार मुलाकात हुई और घंटों बातचीत हुई तो उनके जेहन में आया कि बैंकिंग के क्षेत्र में आशा के अनुरूप जब अपेक्षाएं पूरी नहीं हो रही हैं तो उन्हें सिविल सेवा में भाग्य आजमाना चाहिए। राजकमल यादव के प्रेरणा से उन्हें यह सफलता प्राप्त हुई।
अभिषेक के जन्मदिन पर मनेगा जश्न
अभिषेक के लिए वर्ष 2019 एवं 2020 काफी सौभाग्यशाली रहा। वह 2019 में डिप्टी कलेक्टर बने तो वहीं 2020 की परीक्षा में उनका चयन आईएएस के लिए हुआ। अभिषेक सिंह का पूरा परिवार उनकी सफलता को उनके जन्मदिन 3 दिसंबर पर पूरी तैयारी के साथ सेलिब्रेट करेगा और जश्न मनाएगा। सिविल सर्विसेज 2020 का परिणाम आने के बाद पिता बालमुकुंद सिंह के आवास पर उनके शुभचिंतकों, मित्रों व रिश्तेदारों का बधाई देने को तांता लगा हुआ हैं



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