स्टेट बैंक ने बताया आनलाइन ठगी से बचने का उपाय
30 Jul 2020
---रहें अलर्ट---
-संदिग्ध ईमेल या सोशल मीडिया संदेशों का न दें जवाब
बुलंद आवाज नेशनल डेस्क
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नई दिल्ली : यदि आप स्टेट बैंक की नेट बैंकिंग का प्रयोग करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने खाताधारकों को फिशिंग हमलों के प्रति आगाह किया है। नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने से ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि हुई है। एसबीआई के 7 करोड़ 50 लाख ग्राहक इंटरनेट बैंकिंग सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं, जबकि 1 करोड़ 70 लाख के करीब मोबाइल बैंकिंग सेवाओं का।
स्टेट बैंक ने ग्राहकों को अपना खाता सुरक्षित करने के उपाय सुझाए हैं। एसबीआई ने ट्वीट में कहा, फिशर्स से सावधान रहें। इंटरनेट पर आपको मिलने वाले सभी संचार से सावधान रहें। सुरक्षित रहने के लिए इन सरल सुरक्षा उपायों का पालन करें।
बता दें कि फिशिंग के जरिये एक व्यक्ति को नकली ईमेल, वेबसाइट का उपयोग करके फंसाया जाता है। उसे लॉगिन और अन्य डिटेल जैसे पता, संपर्क नंबर और जन्म तिथि जैसी जानकारी दर्ज करने के लिए कहा जाता है। जब वह किसी ईमेल या वेब लिंक पर क्लिक करता है, तो वह असली की तरह लगता है पर वह नकली वेबसाइट पर ले जाता है। 20 जून को सरकार ने एक बड़े फिशिंग हमले की चेतावनी दी थी जिसमें पूरे भारत में कोविड-19 के फ्री टेस्ट का दावा किया जा रहा था। एसबीआई ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था, साइबर क्रिमिनल 2 मिलियन व्यक्तिगत/नागरिक की ईमेल आईडी का दावा कर रहे हैं और व्यक्तिगत विवरण के लिए फ्री कोविड-19 टेस्टिंग विषय के साथ ईमेल भेजने की योजना बना रहे हैं।
ऐसे करें बचाव
-किसी अज्ञात संस्था से किसी भी फाइल को डाउनलोड या खोलने से बचें।
-किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को साझा करने से पहले भेजने वाले की ईमेल आईडी देखें।
-एंटीवायरस, एंटीस्पायवेयर और फायरवॉल सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
-अपने वेब ब्राउज़र को नियमित रूप से अपडेट करें और फिशिंग फ़िल्टर को एक्टिव करें।
यह न करें
- संदिग्ध ईमेल या सोशल मीडिया संदेशों का जवाब न दें।
-व्यक्तिगत चीजों के लिए कंपनी ई-मेल पते का उपयोग न करें।
- बैंक डिटेल मांगने वाले फोन काल का जवाब न दें।
- पुरस्कार प्राप्त करने के लिए व्यक्तिगत डिटेल मांगने वाले किसी भी संदेश का जवाब न दें।