मऊ में आईपीएस अफसर व बेटे पर ठगी का मुकदमा

08 Aug 2023

-गुजरात कैडर का आईपीएस बताने वाले ने मऊ की युवती से तय किया था बेटे का रिश्ता
-नोएडा में सगाई के नाम पर पांच लाख नगदी और 17 लाख के गहनों की कर ली गई ठगी
-दो मोबाइल व रिश्तेदारों के खाते से 67 हजार रुपए ट्रांसफर कर भावी दूल्हा हुआ चंपत
-सगाई के लिए लड़की पक्ष के 40 लोग पहुंचे थे दिल्ली, ठगी का शिकार हो लौटे बैरंग 

bulandawaj.com

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मऊ : शहर के दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी युवती की शादी की सगाई के नाम पर पांच लाख रुपए नगद,17 लाख रुपए के गहने, दो कीमती मोबाइल और 67 हजार रुपए ऑनलाइन ठगी कर ली गई। यह ठगी तमिलनाडु के निवासी खुद को गुजरात कैडर के आईपीएस बताने वाले के बेटे ने की। आईपीएस अफसर व उसके बेटे के विरुद्ध दक्षिण टोला थाने की पुलिस ने धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

तमिलनाडु के हैं आरोपी

दर्ज मुकदमे के अनुसार दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी युवती के भाई ने अपनी बहन की शादी के लिए तमिलनाडु के रामनगर सेलम निवासी जाकिर अली से बातचीत की। जाकिर अली ने युवती के भाई को बताया कि मैं तमिलनाडु कैडर का आईपीएस हूं और गुजरात में एसएसपी के पद पर कार्यरत हूं। युवती के भाई ने कथित आईपीएस के लड़के जीशान अली के साथ अपनी बहन का रिश्ता तय कर लिया। रिश्ता तय हो जाने के बाद सगाई की रस्म नोएडा में किये जाने की बात पक्की हुई।

22 जुलाई को होनी थी सगाई

जाकिर अली ने लड़की पक्ष वालों को बताया था कि उन्होंने नोएडा के सेक्टर 62 छिजारसी कालोनी में अपना नया मकान बनवाया है। शादी के बाद बच्चे वहीं शिफ्ट हो जाएंगे। 22 जुलाई को नोएडा में कशिश रेजीडेंसी वेंकट हॉल में सगाई की रस्म होना तय हुआ। सगाई कार्यक्रम के लिए वेंकट हॉल में रिश्तेदारों के रहने के लिए 27 कमरे, सजावट और खाने-पीने के खर्च के रूप में 16 लाख में बुकिंग की बात जाकिर ने लड़की वालों को बताया। जिसमें वर और कन्या दोनों पक्षों को आधी आधी रकम देनी थी।

कथित दूल्हा भी आ पहुंचा मऊ 

शादी पक्की हो जाने के बाद जीशान और जाकिर ने लड़की पक्ष के घर वालों के मोबाइल नंबर ले लिए। सगाई की नियत तिथि से 5 दिन पूर्व ही जीशान लड़की पक्ष वालों को बताया कि उसके पिता और बड़ी बहन 16 जुलाई को लड़की को देखने आने वाले हैं। हालांकि वे आए नहीं तो 20 जुलाई को लड़की पक्ष के 40 महिला पुरुष सगाई में शामिल होने के लिए कैफियात एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरान लड़की  वालों के साथ में जीशान भी था और वह लड़की पक्ष की महिलाओं और पुरुषों से घुल मिल गया था।

नगदी-गहने रखे बैग लेकर उतर गया कानपुर में

रास्ते में मोबाइल डिस्चार्ज होने का बहाना करके जीशान किसी को काल करने की बात कहकर लड़की पक्ष के एक व्यक्ति का मोबाइल ले लिया और चार्जर खरीदने का बहाना करके उन लोगों का एक बैग लेकर ट्रेन से नीचे उतर गया। उस बैग में पांच लाख नगद और महिलाओं के 17 लाख के गहने रखे हुए थे। सगाई में दूल्हे को देने के लिए 44 हजार रुपए का मोबाइल भी रखा हुआ था। जो मोबाइल लेकर जीशान नीचे उतर गया था, वह भी काफी कीमती था। काफी देर बाद तक जीशान वापस नहीं लौटा तो लड़की पक्ष वालों को चिंता हुई।

फ्लाइट का टिकट कराने को मंगा ली रकम

लड़की पक्ष वालों ने जीशान की मोबाइल पर फोन किया लेकिन वह बंद था। बाद में जीशान ने दूसरे व्यक्ति के मोबाइल से फोन कर बताया कि उसकी  ट्रेन कानपुर में छूट गई है। अब वह फ्लाइट से दिल्ली पहुंचेगा लेकिन फ्लाइट के टिकट के लिए उसके पास रुपए नहीं है। इसलिए फ्लाइट के टिकट के लिए उसने 27000 रुपए अपने खाते में मंगवा लिया। इसके अलावा जीशान ने  दिल्ली में रहने वाली भावी दुल्हन की बड़ी बहन के खाते से भी 42000 रुपए धोखे से फोनपे का पिन पूछकर अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया।

घंटों इंतजार के बाद भी नहीं पहुंचा एयरपोर्ट पर

उधर लड़की पक्ष जब दिल्ली पहुंचकर एयरपोर्ट पर जीशान का इंतजार करने लगा तो उन्हें निराशा हुई। तीन घंटा बीत जाने के बाद भी जीशान का पता नहीं चला और उसका मोबाइल तो पहले से ही बंद चल रहा था। निराश लड़की पक्ष वालों ने दिल्ली में रहने वाली युवती की बड़ी बहन से संपर्क किया तो उसने बताया कि जीशान ने उसके खाते से भी 42000 रुपए बहाने से पेटीएम का पिन नंबर पूछ कर ट्रांसफर कर लिया है। इसके बाद तभी से जीशान और जाकिर का मोबाइल बंद चल रहा है। निराश होकर लड़की पक्ष वाले वापस घर लौट आए।

पुलिस ने शुरू की तफ्तीश

युवती के भाई ने पुलिस को तहरीर दी। सीओ सिटी के निर्देश पर कथित आईपीएस जाकिर अली और  उसके कथित बेटे जीशान अली के विरुद्ध धारा 420 बी तथा आईटी एक्ट के तहत दक्षिण टोला थाने की पुलिस ने 7 अगस्त 2023 की शाम को मुकदमा दर्ज कर लिया। इस बाबत थाना प्रभारी मूलचंद चौरसिया का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। उधर युवती के भाई ने बताया कि हम लोगों ने पता लगाया है तो जाकिर अली नाम के तमिलनाडु कैडर के कोई भी आईपीएस अधिकारी नहीं हैं। हम लोगों के साथ फ्राड किया गया है। ‌



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