कोटा में तैयारी कर रहे तीन बच्चों ने की खुदकुशी

12 Dec 2022

-दो फंदे पर लटके, एक ने खाई चूहे मारने वाली दवा
-डिप्रेशन के शिकार थे तीनों, दो बिहार, एक एमपी का

बुलंद आवाज ब्यूरो

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नई दिल्ली : परिजनों के दबाव में  किशोरावस्था में ही चिकित्सा व इंजीनियरिंग क्षेत्र का कंपटीशन निकालने की तैयारी करने वाले 3 बच्चों ने खुदकुशी कर ली। मरने वालों में दो बिहार व एक मध्य प्रदेश का रहने वाला था। तीनों राजस्थान के कोटा में तैयारी के लिए कोचिंग कर रहे थे। तीनों डिप्रेशन के शिकार थे। पुलिस ने तीनों के परिजनों को सूचित करते हुए शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मरने वालों में दो ने फंदा लगाकर जान दी। एक ने चूहे मारने की दवा खाकर अपनी लीला समाप्त कर ली।

पेइंग गेस्ट में रहते थे दोनों

सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस ने बताया कि मरने वाले दो लड़के पेइंग गेस्ट में रहते थे। सोमवार की सुबह अपने कमरे से बाहर नहीं आए। मालिक ने कई बार उनके कमरों का दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। कोटा के पुलिस अधीक्षक केशर सिंह शेखावत ने मीडिया को बताया कि मृतकों में 2 छात्र बिहार के रहने वाले थे। ये दोनों एक प्रमुख कोचिंग संस्थान में पढ़ रहे थे। दोनों छात्रों को सोमवार को पेइंग गेस्ट (पीजी) आवास में छत के पंखे से लटका पाया गया। एक की उम्र 19 साल और दूसरे की 18 साल थी। दोनों 11वीं कक्षा के छात्र थे। पिछले 6 महीने से एक ही पीजी आवास के अलग-अलग कमरों में रह रहे थे। एसपी ने बताया कि अभी तक यह पता नहीं चल सका है दोनों दोस्त थे या नहीं। आत्महत्या से मौत की इस घटना का पता तब चला जब पीजी मालिक ने पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी।

सुबह नहीं निकले कमरे से

एसपी ने बताया कि पीजी ओनर को उस वक्त संदेह हुआ जब ये दोनों लड़के सुबह अपने कमरे से बाहर नहीं आए। मालिक ने कई बार उनके कमरों का दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद पीजी ओनर ने दोनों दरवाजे तोड़ दिए और देखा कि लड़के सीलिंग फैन लटके हुए हैं। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। लड़कों के मोबाइल फोन की जांच की जा रही है ताकि और अधिक जानकारी हासिल की जा सके। पुलिस ने बताया कि दोनों छात्र कोटा में बीते तीन सालों से थे। माना जा रहा है कि रविवार रात डिनर करने के बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली। दूसरे लड़के ने बीती रात अपनी बहन को कॉल किया था।

गैलरी में बेहोश मिला किशोर

खुदकुशी की एक अन्य घटना में 17 साल के एक छात्र ने चूहे मारने की दवा खाकर आत्महत्या कर ली। वह मध्य प्रदेश के शिवपुरी का रहने वाला था। पुलिस ने बताया कि लड़का मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी कर रहा था। वह 2 साल से कोटा में रह रहा था। रविवार की देर रात एक छात्र पीजी की गैलरी में बेहोश हुआ मिला। इस पर एक दूसरे स्टूडेंट की नजर पड़ी, जो वहां पानी भरने आया था। उसने हॉस्टल के ओनर को इसकी दी।छात्र को बेहोशी की हालत में ही अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने कुछ समय बाद उसे मृत घोषित कर दिया।



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