मऊ जिला महिला चिकित्सालय : ससुर को साफ करनी पड़ी बहू की उल्टी 

02 May 2022

-दुर्गंध से वार्ड में रहना हो गया था दुश्वार, हंसते रहे स्वास्थ्यकर्मी
-अगले दिन बहू को डिस्चार्ज करा ले गये अभिमन्यु, लिखी पाती 

बुलंद आवाज ब्यूरो
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मऊ :
जिला महिला चिकित्सालय में वार्डों की सफाई का दावा तो सीएमएस द्वारा निरंतर किया जाता है, लेकिन सफाई कितनी होती है, इसकी पोल विगत 21 अप्रैल को खुल गई। बीमार बहू द्वारा की गई उल्टी को विवशता में ससुर को ही साफ करना पड़ा। उल्टी के बाद दुर्गंध से वार्ड में रहना दुश्वार हो गया था। निरंतर कहने के बाद जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो ससुर ने वाइपर व बाल्टी लेकर खुद सफाई की। शर्मनाक यह रहा कि उन्हें सफाई करते देख अस्पताल के कर्मचारी हंसते रहे। इस वाकये से आहत ससुर अगले दिन अपने बहू को दूसरे हास्पिटल लेकर चले गये, लेकिन उन्होंने सीएमएस से शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने सफाई के दौरान लोगों द्वारा खींची गई अपनी तस्वीर सोमवार को मीडियाकर्मियों को भेजकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। 
खुद उठा लिया बाल्टी व वाईपर 
सफाई करने को विवश हुए अभिमन्यु सिंह रतनपुरा के निवासी हैं। उनकी बहू सीमा सिंह की तबीयत खराब होने पर 20 अप्रैल 2022 को जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। उसे देखने के लिये परिवार के साथ वह 21 अप्रैल की रात सवा दस बजे अस्पताल पहुंचे। वह पहुंचे तो उनकी बहू को उल्टी हो चुकी थी। उल्टी  होने के बाद वार्ड में काफी दुर्गंध उठ रही थी। इससे वहां एक पल भी ठहरना दुश्वार था। उन्होंने वार्ड अटेंडेंट से लेकर अस्पताल में मौजूद सभी कर्मचारियों से सफाई का अनुरोध किया। कोई सुनवाई न होते देख उनसे न रहा गया तो खुद वाईपर व बाल्टी लेकर साफ करने लगे। 
स्वास्थ्य मंत्री को लिखा शिकायती पत्र  
अभिमन्यु सिंह के सफाई करने के दौरान उनके साथ के लोग उनका वीडियो बनाये व तस्वीर भी खींची। शर्मनाक पहलू यह रहा कि उनके सफाई करने के दौरान मौके पर मौजूद महिला अस्पताल के सभी कर्मचारी हंसते रहे। वह यह भी कह रहे थे कि यह काम करने वाला कर्मचारी अवकाश पर है। सरकार के संपूर्ण प्रयासों के बावजूद ऐसी कर्तव्यहीनता और लापरवाही से अभिमन्यु सिंह काफी आहत  हो गये। उन्होंने 22 अप्रैल की सुबह बहू को डिस्चार्ज कराकर दूसरे अस्पताल लेकर चले गये। उन्होंने इस संबंध में जिला महिला चिकित्सालय की अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। शिकायती पत्र की प्रतिलिपि स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक, स्वास्थ्य निदेशक व जिलाधिकारी को भी भेजी है। 
 



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