गाजीपुर के लाल आइपीएस संतोष का बजा विश्व पटल पर डंका

04 Sep 2021

-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आइएसीपी अवार्ड 2021 से होंगे सम्मानित
-देवकली गांव के हैं निवासी, छत्तीसगढ़ में कर रहे बेहतर कार्य

बृजेश यादव
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मऊ : पड़ोसी जनपद गाजीपुर के लाल आइपीएस संतोष कुमार सिंह के नाम का विश्व पटल पर डंका बज गया है। संतोष सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले आइएसीपी अवार्ड 2021 से सम्मानित होंगे। छत्तीसगढ़ में बेहतर पुलिसिंग करने पर उन्हें इस अवार्ड से नवाजा जाएगा। यह सम्मान विश्व के छह देशों के 40 पुलिस अधिकारियों को दिया जाएगा।
पत्रकार अशोक कुशवाहा के बेटे हैं संतोष
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह मूल रुप से गाजीपुर जनपद के देवकली ग्राम के रहने वाले हैं। संतोष अपने तीन भाइयो में सबसे बड़े हैं। मझले भाई डा. शैलेन्द्र कुमार सिंह चंदौली जनपद में अस्पताल में कार्यरत हैं। छोटे भाई डा. धर्मेन्द्र कुमार सिंह शिलांग यूनिवर्सिटी मे असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। इनके पिता अशोक कुमार कुशवाहा पत्रकार हैं। माटी के लाल के सम्मान पर देवकलीवासी भी फूले नहीं समा रहे हैं।
40 वर्ष आयु तक के अफसरों को ही मिलता है यह अवार्ड
पुलिस अधीक्षक कोरिया छत्तीसगढ संतोष कुमार सिंह को अमेरिका में स्थित अंतर्राष्ट्रीय पुलिसिंग संस्था आईएसीपी (इंटरनेशनल एसोसिएशन आफ चीफ्स आफ पुलिस) ने आईएसीपी अवार्ड 2021 से सम्मानित करने की घोषणा की है। इस पुलिस संगठन में विश्व के 165 देशों के पुलिस अधिकारी शामिल हैं। संतोष सिंह को यह अवार्ड 40 अंडर 40 कैटेगरी में दिया जा रहा है। यह अवार्ड विश्व के 40 वर्ष से कम आयु के ऐसे पुलिस अधिकारी, जिन्होंने बेहतर नेतृत्व क्षमता के साथ पुलिसिंग कार्यों में नये प्रयोगों एवं अच्छे कार्यों से परिवर्तन लाने का प्रयास किया है, उन्हें दिया जाता है।
बना चुके हैं विश्व रिकार्ड
संतोष सिंह ने बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लंबे समय तक सराहनीय काम किया है। महासमुंद पदस्थापना के दौरान बाल हितैषी पुलिसिंग को मजबूत करते हुये लगभग एक लाख बच्चों को सेल्फ-डिफेंस का प्रशिक्षण दिलवाया। यह विश्व रिकार्ड के रूप में दर्ज हुआ। उप-राष्ट्रपति वैंकेया नायडू के हाथों दिल्ली के विज्ञान भवन में दिसंबर 2018 में चैंपियंस आफ चेंज अवार्ड मिला।
गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज है नाम
रायगढ़ पदस्थापना के दौरान रायगढ़ पुलिस ने अपराध नियंत्रण के साथ कोविड में प्रशंसनीय कार्य किया। पुलिस हेल्प-डेस्क के माध्यम से जरूरतमंदों को कोविड के प्रथम चरण में लगभग एक लाख और द्वितीय चरण में चालीस हजार सूखा राशन व फूड पैकेट्स उपलब्ध करवाया। रायगढ़ पुलिस ने जनसहयोग से मास्क-जागरूकता के चर्चित अभियान एक रक्षा-सूत्र मास्क का के तहत पिछले वर्ष रक्षाबंधन के दिन एक ही दिन में 12.37 लाख मास्क बंटवाकर विश्व रिकार्ड बनाया। यह गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड, एशिया बुक आफ रिकार्ड व इण्डिया बुक आफ रिकार्ड में दर्ज हुआ। कोरिया में इनके नेतृत्व में निजात अभियान के तहत नारकोटिक्स व ड्रग्स के विरुद्ध पुलिस द्वारा सख्त वैधानिक कार्रवाई व जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। संतोष सिंह ने बुलंद आवाज से बताया कि यह सम्मान दोस्तों, पुलिस विभाग के सहकर्मियों और सीनियर्स के सहयोग की देन है। इस सम्मान के लायक बनने में मदद करने वाले हर एक का उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित किया।



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